हर दुकान में लक्ष्मी जी की तस्वीर हमेशा होती है। यह तो हम सभी जानते हैं कि लक्ष्मी जी की तस्वीर धन एवं समृद्धि प्रदान करती है। लक्ष्मी जी की तस्वीर लगाते समय किस दिशा में होनी चाहिए इस पर भी हमारी दुकान की समृद्धि निर्भर करती है। अगर लक्ष्मी मां की तस्वीर हम किसी दिवार पर लगा रहे हैं तो हमें ध्यान रखना चाहिए कि इस दीवार पर सीलन ना हो। लक्ष्मी जी की तस्वीर के आसपास किसी भी तरह का गंदगी या कूड़े करकट का ढेर नहीं होना चाहिए। डस्टबीन लक्ष्मी ञी की तस्वीर के आसपास नहीं रखना चाहिए।
दुकान में लक्ष्मी जी की तस्वीर
शौचालय इस दीवार से सटा हुआ नहीं होना चाहिए। मां लक्ष्मी की सुंदर व सौम्य तस्वीर ही दुकान में स्थापित करनी चाहिए। आजकल कुछ नया एवं अलग करने की होड़ में हम अपने भगवानों के साथ भी प्रयोग करने लगते हैं। कुछ लोग लक्ष्मी जी की तस्वीर उनके वाहन उल्लू के साथ अपनी दुकानों में लगा लेते हैं ऐसा करना बिल्कुल भी सही नहीं है। इस तरह से व्यक्ति को धन हानि होने लगती है इस तरह की तस्वीर आपके धन को गलत रास्ते से आया हुआ दिखाती है। आपका धन सही रास्ते पर न लग कर गलत जगह पर लग जाता है वह धन आपके लिए शुभ नहीं होता। लक्ष्मी जी की तस्वीर कभी भी दक्षिण दिशा में ना रखें। दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी जाती हैं इसलिए इस दिशा में मां लक्ष्मी की तस्वीर रखना शुभ नहीं माना जाता।
इस दिशा में रखें मां लक्ष्मी की तस्वीर
हमेशा दुकानों में या व्यापारिक संस्थानों में मां लक्ष्मी की तस्वीर उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए मां लक्ष्मी की तस्वीर हमेशा या तो व्यापार प्रमुख के कक्ष में होनी चाहिए या फिर लॉबी में भी मां लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति लगा सकते हैं। अगर संभव है तो एक लकड़ी या पत्थर का मंदिर होना चाहिए जिसमें मां की मूर्ति रखी जा सके। दुकान में मंदिर ज्यादा
बड़ा नहीं होना चाहिए। मां लक्ष्मी की मूर्ति के साथ भगवान गणेश और मां सरस्वती भी विराजित किए जाते हैं। कोशिश करें हमेशा मां लक्ष्मी मां सरस्वती और गणेश जी की मूर्ति एक साथ हो। मां लक्ष्मी धन समृद्धि की देवी है। मां सरस्वती ज्ञान एवं बुद्धि की देवी है एवं भगवान गणेश रिद्धि सिद्धि के दाता है और सिद्धिविनायक है। जब ये तीनों एक साथ स्थापित होते हैं तो उस जगह पर हमेशा खुशहाली रहती है ।
अगर लक्ष्मी जी के साथ हम गणेश जी को स्थापित कर रहे हैं तो लक्ष्मीजी को गणेश जी के दाहिने हाथ पर बिठाए क्योंकि गणेश जी लक्ष्मी जी के मानस पुत्र माने गए है और बामस्थान हमेशा अर्धांगिनी का होता है। दुकान में मां लक्ष्मी की भगवान विष्णु के साथ तस्वीर बहुत शुभ मानी जाती है अगर हम अपनी दुकान में भगवान विष्णु और महालक्ष्मी दोनों की तस्वीर लगाते हैं तो वह हमारी दुकान की प्रगति एवं समृद्धि के लिए एक वरदान होती है। मां लक्ष्मी की तस्वीर हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में लगानी चाहिए। मां लक्ष्मी का मुख पश्चिम दिशा की तरफ होना । कोशिश करें कि जब आप उनकी पूजा करें तब आपका मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर हो।
खड़ी स्थिति में या बैठी स्थिति में किस स्थिति में हो मां लक्ष्मी की तस्वीर
हम सभी जानते हैं की मां लक्ष्मी की तस्वीर हमेशा बैठी हुई अवस्था में लगाई जाती है। हमने मंदिरों में यही देखा है किंतु दुकानों के लिए या व्यापारी प्रतिष्ठानों के लिए मां लक्ष्मी की बैठी हुई अवस्था की तस्वीर लाभदायक नहीं होती। बैठी हुई लक्ष्मी जी का अर्थ है कि धन हमारे पास रुका रहेगा घर में तो धन का रुकना शुभ माना जाता है लेकिन व्यापार में धन का चलाएमान होना ही व्यापार की प्रगति का सूचक होता है। लक्ष्मी के बैठे होने का अर्थ है कि लक्ष्मी स्थिर है। वो कहीं गई नहीं एक जगह हमारे पास है लेकिन व्यापार में यह संभव नहीं है। व्यापार में लक्ष्मी चलायमान होती है अगर वह हमारे गल्ले तक ही सीमित रहेंगी तो हमारा व्यवसाय प्रगति नहीं करेगा। इसलिए दुकानों व्यापारिक प्रतिष्ठानों में मां लक्ष्मी की खड़ी हुई स्थिति में ही तस्वीर लगाई जाती है। अगर लक्ष्मी मां की मूर्ति दुकान के मंदिर में रख रहे हैं तो वह धातु या पत्थर की बनी होनी चाहिए अगर मिट्टी की लक्ष्मी मां की मूर्ति ला रहे हैं तो उसे हर दिवाली पर विसर्जित कर नई मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। कटी फटी तस्वीर या अंग भंग मूर्ति को कभी भी पूजा घर में स्थान नहीं मिलना चाहिए।
दुकान में कितनी बड़ी हो मां लक्ष्मी की तस्वीर
दुकान में मां लक्ष्मी की तस्वीर ना तो बहुत अधिक बड़ी होनी चाहिए न हीं बहुत अधिक छोटी। लक्ष्मी मां की एक से अधिक तस्वीरें दुकान में नहीं होनी चाहिए। लक्ष्मी मां की तस्वीर दीवार से बिल्कुल सटी नहीं होनी चाहिए। दीवार व तस्वीर के बीच में थोड़ा सा स्थान अवश्य होना चाहिए। मां लक्ष्मी की तस्वीर खड़ी स्थिति में धन वर्षा करते हुए स्थिति में होनी चाहिए। अगर मां लक्ष्मी की तस्वीर के साथ भगवान गणेश की भी तस्वीर हम लगा रहे हैं तो वह भी खड़ी स्थिति में ही होनी चाहिए। अगर मां लक्ष्मी की तस्वीर अकेले लगा रहे हैं तो उसमें उनके दोनों तरफ ऐरावत पुष्प व धन वर्षा करते हुए होने चाहिए। मां लक्ष्मी की तस्वीर में हमेशा उनके मुख पर मुस्कुराहट होनी चाहिए। मां लक्ष्मी की तस्वीर में उनके चरण नहीं दिखने चाहिए। उनके चरणों का स्थान पुष्प एवं धन से ढका हुआ होना चाहिए।
दुकान में लक्ष्मी जी की पूजा कैसे करते हैं
दुकान में मां लक्ष्मी की तस्वीर की रोज सुबह शाम पूजा अवश्य करनी चाहिए। लक्ष्मी जी और गणेश जी की पंचोपचार से पूजा करें । उसके बाद अपनी दुकान के गल्ले की पूजा अवश्य करें। शुक्रवार के दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी के श्री यंत्र को स्थापित करें। और उसे गल्ले में रखें। श्री सूक्त और कनकधारा स्त्रोत का पाठ भी अवश्य करें। रोज करना संभव न हो तो शुक्रवार के दिन सुबह कनकधारा स्रोतऔर शाम को श्री सूक्त का पाठ अवश्य करें। पूजा करते समय गाय के घी का दिया जलाकर आरती करें। धूपबत्ती जलाकर पूरे प्रतिष्ठान में उसके धुंए को मां लक्ष्मी का नाम जपते हुए अवश्य दिखाएं। दुकान में एक तांबे के लोटे में जल भरकर उसके ऊपर आम के पाॅच पत्ते रखकर उसके ऊपर एक नारियल रखकर रख दें।
मां लक्ष्मी को लाल रंग के फूल अर्पित अवश्य करें। मां को गुलाबके फूल का इत्र चढ़ाए। पूजा के बाद इस इत्र को प्रतिष्ठान के सारे कोनों मैं अबश्य छिड़काव कर दें।