तिजोरी का दरवाजा किस ओर खुले तथा तिजोरी से सम्बंधित पांच अतिमहत्वपूर्ण नियम
वैसे तो धन में वृद्धि और बरक्कत के लिए यह आवश्यक है की आप का धन सद्मार्ग से आये और सद्कार्यों में व्यय हो फिर भी वास्तु और ग्रहों का हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव होता है इस लिए यदि हम वास्तु के कुछ सरल नियमों का पालन कर सकें तो हमारी आर्थिक उन्नति का मार्ग शीघ्र ही खुल सकता है। तिजोरी जिसमे हम अपनी मेहनत से अर्जित धन रखते है उसके वास्तु के कुछ सरल नियमों का पालन करके हम अधिक धनवान बन सकते है। तिजोरी से सम्बंधित पांच अतिमहत्वपूर्ण नियम इस प्रकार है :-
तिजोरी की दिशा
- तिजोरी या अलमारी को उत्तर दिशा के कमरे में दक्षिण की और अलमारी की पीठ कर रखें जिससे कि जब भी आप अलमारी खोले तो उसका दरवाजा उत्तर दिशा में खुलें। शयन कक्ष में अलमारी का दरवाजा दक्षिण दिशा में नहीं खुलना चाहिए। उसी तरह तिजोरी आदि के मामले में भी इस बात को सुनिश्चित कर लेना चाहिए। अन्यथा तिजोरी में रखा माल चोरी हो सकता है।तिजोरी का दरवाजा उत्तर दिशा की ओर खुलना चाहिए। कभी भी अपने घर की तिजोरी सीढियों के नीचे या फिर टायलेट के सामने नही रखना चाहिए।
- तिजोरी में हमेशा लाल रंग का वस्त्र बिछाना चाहिए। और इस लाल वस्त्र को हर दीपावली बदल कर नया वस्त्र बिछा देना चाहिए
- तिजोरी में बैठी हुई लक्ष्मी जी का चित्र या स्टिकर लगाना चाहिए जिन पर दो हाथी अपनी सूंड़ से जल डाल रहे हो।
- अगर अपके तिजोरी अलमारी के लाकर में है तो अलमारी में या तिजोरी में कभी भी पैर नही लगाना चाहिए।
- तिजोरी में सामान धन और गहने सही ढंग से रखने चाहिए इधर – उधर बिखरा हुआ सामान नही रहना चाहिए तथा गंदगी नही होनी चाहिए।