हिंदू धर्म में वास्तु शांति मुहूर्त नए घर में जाने के लिए चुना गया दिन और समय है। भारत के पश्चिमी हिस्सों में हिंदू कैलेंडर और पंचांग के आधार पर 2021 में वास्तु शांति मुहूर्त की तारीख और समय यहां दिया गया है। सनातन धर्म के अनुसार, गृह प्रवेश नए घर का शुभ आरंभ माना जाता है।
गृह प्रवेश मुहूर्त
नए घर में प्रवेश करने से पहले लोग गृह प्रवेश करवाते हैं और इस दिन कई चीजों का ध्यान रखते हैं। नया घर खरीदना या बनाना हर इंसान के लिए खुशी का मौका होता है। अपने आशियाने में शुभ शुरुआत हो तथा हर पल बढ़ोतरी हो यह हर एक इंसान की कामना होती है। सनातन धर्म में गृह प्रवेश बहुत अहम माना गया है। नए घर में रहने से पहले गृह प्रवेश की प्रथा भारत में बहुत प्राचीन है। इसे अंग्रेजी में हाउस वार्मिंग सेरेमनी कहते हैं।
मान्यताओं के अनुसार, गृह प्रवेश हमेशा शुभ मुहूर्त पर करना चाहिए इससे नए घर में रहने वाले लोग सुरक्षित और सुखी रहते हैं। वहीं घर को और घर के समस्यों को कोई नुकसान ना हो उसके लिए विशेष पूजा की जाती है। कहा जाता है कि गृह प्रवेश को गलत मुहूर्त एवं तिथि पर करने से परेशानियां बढ़ती हैं तथा घर में अशांति रहती है। कोरोना महामारी के वजह से अगर आप इस वर्ष की शुरुआत में गृह प्रवेश नहीं कर पाए थे और अब अगस्त के महीने में गृह प्रवेश करके अपने घर में रहना चाहते हैं तो आगे वास्तुशांति मुहूर्त बताया गया है।
अगस्त से अक्टूबर 2021 तक गृह प्रवेश की तारीखें (श्रावण, भाद्रपद, आश्विन, कार्तिक) इस अवधि में कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है. इन महीनों के दौरान गृह प्रवेश से नकारात्मक ऊर्जा आती है और इसके परिणामस्वरूप वित्तीय नुकसान और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं
नवंबर 2021 में गृह प्रवेश की तारीखें (कार्तिक/मार्घशीर्ष)
- 5 नवंबर, शुक्रवार – दौज
- 6 नवंबर, शनिवार – तृतीया
- 10 नवंबर, बुधवार – सप्तमी
- 20 नवंबर, शनिवार – दौज
- 29 नवंबर, सोमवार – दशमी
दिसंबर 2021 में गृह प्रवेश की तारीखें (मार्घशीर्ष/पौष)
दिसंबर 13, सोमवार-दशमी
हर महीने के हिसाब से साल 2021 में गृहप्रवेश के लिए शुभ दिन महीने
- 4 अगस्त बुधवार, श्रावण कृष्ण 11
- 13 अगस्त शुक्रवार, श्रावण शुक्ल 5
- 14 अगस्त शनिवार, श्रावण शुक्ल 6
- 20 अगस्त शुक्रवार, श्रावण शुक्ल 13
- सितंबर : इस महीने में कोई भी अच्छा दिन नहीं
- अक्टूबर : इस महीने में कोई भी अच्छा दिन नहीं
- 1 नवंबर सोमवार, कार्तिक कृष्ण 11 3 नवंबर बुधवार, कार्तिक कृष्ण 13
- 15 नवंबर सोमवार, कार्तिक शुक्ल 12
- 29 नवंबर सोमवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 10
- 1 दिसंबर बुधवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 12
- 10 दिसंबर शुक्रवार, मार्गशीर्ष शुक्ल 7
- 13 दिसंबर सोमवार, मार्गशीर्ष शुक्ल 10