आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव में है। किसी को पैसे का तो, किसी को शादी का, किसी को स्वास्थ्य की चिंता है तो किसी को रिश्ते को लेकर तनाव है। हर कोई किसी ना किसी तनाव में है। जब व्यक्ति तनाव में होता है तो जाहिर सी बात है नींद नहीं आती और नींद नहीं आने की वजह से उसका स्वभाव चिढ़चिढ़ा हो जाता है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए रात की नींद बहुत जरुरी है। नींद व्यक्ति के मन और शरीर दोनों पर प्रभाव डालती है। एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए 8 घंटे की नींद बहुत जरुरी है लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते लोग सही से नींद नहीं ले पाते और तनाव में रहते है। इसमें जरुरी नहीं की दिन भर की थकान और तकलीफों की वजह से नींद नहीं आती, इसमें कुछ वास्तु दोष भी हो सकता है।
हर व्यक्ति के सोने की एक दिशा होती है, इसके अलावा कमरे का भी वास्तु सोने में बाधा डाल सकता है। बेडरूम का दरवाजा, कमरे की दिशा, मकान की दिशा आदि की गड़बड़ी भी आपके सोने में बाधा उत्पन्न कर सकती है। आज की इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसे वास्तु टिप्स के बारे में बताएँगे जिन्हें अपनाकर आप तनाव रहित नींद ले सकते है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मानिसक तनाव का कारण
वास्तु शास्त्र के अनुसार उतर और पूर्व को दैवीय दिशा माना जाता है और इनके बीच की दिशा ईशान कोण कहलाती है। इसलिए इन तीनो दिशाओं का साफ-सुथरा और हवादार होना जरुरी है। इन दिशाओं की दीवारों पर कभी भी गुलाबी और लाल रंग नहीं करवाना चाहिए।
इन दिशाओं में बाथरूम और किचन नहीं होना चाहिए। कचरा पात्र, पुराने न्यूज़पेपर, भारी चीजें, बिजली के उपकरण आदि इन दिशाओं में ना रखें अन्यथा मानिसक तनाव बना रहेगा जो की आपकी नींद में बाधा डालेगा।
तनाव के बिना सोने के वास्तु टिप्स
- ध्यान रहे कभी भी पश्चिम और उतर-पश्चिम दिशा में बेडरूम नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो आपका सिर भारी रहेगा और किसी काम में आपका मन नहीं लगेगा, जिसकी वजह से आपको तनाव महसूस होगा। मन में गलत-गलत विचार आयेंगे और इसका असर आपके वैवाहिक रिश्ते पर भी पड़ेगा।
- सोने के कमरे में आईना नहीं होना चाहिए। अगर आईना है तो उसे रात को सोते समय ढककर रखे। सोने के कमरे में आईना इस बात की और संकेत करता है की आप अभी भी अपने भूतकाल में है और आप भविष्य के लिए कोई भी योजना बनाने में सक्षम नहीं है।