वास्तु शास्त्र के अनुसार घर

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सजावट

वास्तु का प्रयोग करके आप ना सिर्फ मकान को सुंदर और व्यवस्थित बना सकते है बल्कि इससे घर में सुकून, शांति और समृद्दी भी मिलती है। मकान बनवाने के बाद वास्तु का ध्यान रखना मुश्किल काम है और तोड़फोड़ भी संभव नहीं है।
अच्छा होगा की आप मकान बनाते समय ही वास्तु का ध्यान रखें।
अगर फिर भी मकान बनाते समय वास्तुदोष रह गया है तो वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सजावट करने से भी वास्तुदोष दूर होता है। घर के बाहर की सजावट लोगों को प्रभावित करती है लेकिन अंदर की सजावट घर के अंदर के सदस्यों के मन को शांति देती है।
आईये जानते है वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सजावट कैसी होनी चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार अंदर के कमरों का आयतन

ध्यान रखें कमरों का माप कभी भी विषम नहीं होना चाहिए अर्थात 20*19। 10*9, 8*7, 21*20 आयतन वाला कमरा नहीं बनवाना चाहिए। अगर कमरे का आयतन विषम होगा तो इससे घर में सुख-शांति का माहौल नहीं रहेगा और घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करेगी। इस बात का भी ख़ास ध्यान रखें की घर के भीतर के कमरों में चार से अधिक कोण नही होने चाहिए।

घर में ईशान कोण यानी पूर्व और उत्तर दिशा के बीच कभी भी टॉयलेट नहीं बनाना चाहिए। वास्तु में ईशान कोण को सबसे शुभ, साफ़ और स्वस्थ माना जाता है। ईशान कोण में देवताओं का निवास होता है इसलिए इस दिशा में पूजाघर बनाना शुभ रहता है।
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अगर आपने बना बनाया नया मकान खरीदा है तो वो दिखने में बेहद खुबसुरत भी है ।लेकिन ईशान कोण में अगर टॉयलेट है तो उसे तुरंत बदल दे। ऐसा मकान आपको बाद में बहुत दिक्कत देगा।
परिवार की सुख-शांति के लिए इस तरह का मकान शुभ नहीं होता। मकान के ईशान कोण में शिकार करते हुए शेर की तस्वीर या आईना जरुर लगायें।

वास्तु के अनुसार घर की सजावट में रंगों का महत्व

घर में सफ़ेद रंग का ज्यादा प्रयोग ना करें क्योंकि सफ़ेद रंग का अधिक प्रयोग करने से घर के लोग भविष्य की चिंता नहीं करते है और भोग-विलास के आदि हो जाते है। यदि शुक्र की प्रभाव शक्ति ज्यादा है तो सफ़ेद रंग अच्छा माना जाता है लेकिन अगर कमजोर है तो सफ़ेद रंग का प्रयोग करना अशुभ माना जाता है। आप अच्छे ज्योतिष से पूछकर अपने ग्रहों के हिसाब से घर का रंग-रोगन करें।

वास्तु के अनुसार फर्श

मकान में फर्श अहम भूमिका निभाता है। फर्श में स्वास्तिक, देवी-देवता, शंख, चक्र, पुष्प, मुकुट, पुस्तक, वीणा, पशु-पक्षी की आकृति आदि नहीं बनानी चाहिए। ऐसा करने से आप मानसिक रोगी हो सकते है और आपका स्वास्थ्य खराब रह सकता है।

आप फर्श पर सप्त और अष्टदल के पुष्प, प्रतीक, कमल का चिन्ह आदि का चित्र बनाये। ऐसा करना वास्तु के हिसाब से शुभ माना जाता है। कमरे के सभी कोनो में एक जैसा रंग रंगना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें की अलग-अलग कोणों में अलग-अलग रंग ना रंगे,ऐसा वास्तु के हिसाब से अशुभ माना जाता है।
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वास्तु शास्त्र के अनुसार दीवारें और तस्वीरें

इस बात का ख़ास ध्यान रखें की कमरे की दीवारें टूटी और गंदी नहीं होनी चाहिए, इससे उन कमरों में रहने वाले लोगों के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। इससे तनाव का माहौल पैदा है और क्रोध बढ़ता है। कमरे की दीवारों पर हिंसक और डरावनी तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और मन विचलित रहता है।

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