किस दिशा में हो स्टोर रूम
- दक्षिण पश्चिम में स्टोर रूम बनाकर आनाज जमा किया जाए तो अनाज पर जल्दी ही कीड़े लगने लगते हैं। भोजन भी ज्यादा पौष्टिक नहीं रहता। घर का मुखिया कितना ही कमाए, कम ही पड़ता है। घर के बुजुर्ग शीत रोग और गैस रोग से ग्रस्त रहते हैं। आए दिन दवा दारू का खर्च बढ़ जाता है।
- पूर्व दिशा: पूर्व दिशा में अगर स्टोर रूम हो, तो उस घर के मुखिया को अपनी आजीविका के लिए ज्यादा यात्रा करनी पड़ती है। वह अक्षर घर के बाहर ही दिखाई पड़ता है।
- उत्तर पश्चिम: यहां अनाज का भंडारण किया जाए तो यह दिशा बहुत ही शुभ होती है। यदि स्टोर रूम में ही पूजा का स्थान हो, तो बहुत ही शुभ होता है। वहां रहने वाला परिवार आर्थिक रूप से सम्पन्न होकर मान-सम्मान प्राप्त करता है। ऐसे घर का मुखिया यात्रा का शौकीन होता है।
- आज के समय में जगह की कमी के कारण रसोई घर में ही भण्डारण की व्यवस्था कर ली जाती है। रसोई घर में भण्डार गृह या स्टोर रूम ईशान व आग्नेय कोण के मध्य पूर्वी दीवार के सहारे होना चाहिए।
स्टोर रूम का फर्श
- स्टोर रूम का फर्श हमेशा काले मार्बल क्रिस्टल पत्थरों से बनाना चाहिए जिस से नकारात्मक ऊर्जा घर में ना ठहरे। इस तरह का फर्श सिर्फ स्टोर रूम में ही लगाना चाहिए। यह नकारात्मक ऊर्जा के जमाव को रोकता है।
- हमेशा ध्यान रखना चाहिए बेड रूम के ऊपर कीसी तरह का स्टोर रूम नहीं बनाना चाहिए। इससे घर में नकरात्मकता बनी रहती है। और घर में बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते है।
कैसे हो स्टोर रूम
- वास्तु के अनुसार यदि स्टोर रूम पूजा कक्ष के सामने हो या उस से लगा हुआ हो तो बहुत ही शुभ रहता है। इस से घर में निरंतर धन का प्रवाह बना रहता है। घर का मुखिया ईमानदार और मेहनती होता है।
- कारोबार के फलीभूत होने के लिए स्टोर रूम में ही कपड़े और गहने रखने की एक व्ययवस्था होनी चाहिए। इस से धन की खूब प्राप्ति होती है और धन के लें दें से संबंधित काम भी आसानी से हो जाते है।
- स्टोर रूम का पूर्वी भाग हमेशा खाली रखना चाहिए। और स्टोर रूम का अनियमित आकार काभी नहीं होना चाहिए या तो वर्गाकार या आयताकार होना चाहिए। भगवान की मूर्तियों को इस रूम में रखने से बचना चाहिए पूर्व दिशा में भगवान विष्णु की तस्वीर लगायी जा सकती है।
- स्टोर रूम में हल्का पीला, सफेद या आसमानी रंग का ही प्रयोग करना चाहिए। यह घर में सूर्य की उपस्थिति को प्रदर्शित करता है। तेल, घी, गैस सिलेंडर आदि को दक्षिण पूर्व के कोने में संग्रहीत किया जाना चाहिए।