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भूखंड से संबंधित वास्तु टिप्स – vastu for plots

अगर आप भूखंड खरीद कर कीसी तरह का भवन ऑफिस आदि बनाते है तो आप को वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि भूखंड भवन का आधार होता है अगर वही वास्तु दोषों से घिरा है तो उस पर बनने वाला भवन निश्चय ही वास्तु दोषों से घिर जाएगा। बहुत से लोगों का सपना होता है की वह अपना एक सुंदर सा मकान बनाए और उस में परिवार के साथ खुशहाली से जीवन बिताए पर भूखंड का सही तरीके से चयन न कर पाने से यह सब सपने बिखर जाते है। जिस जमीन पर आपका मकान बना हुआ है उस जमीन का आकार बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसी से उस भवन में रहने वालों का भाग्य और दुर्भाग्य तय होता है। आज हम इस लेख में आप तक उन बातों को लेकर आए जो आप की भूखंड के चयन में सहायता करेगी और वास्तु दोष रहित घर बनाने में आप के लिए कारगर साबित होगी।

भूखंड का आकार - vastu shastra for plot shapes

  • वर्गाकार भूखंड- वर्गाकार समकोण चतुर्भुज भूखंड को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस तरह के भूखंड पर बने मकान में रहने वालों को मानसिक शांति एवं आर्थिक सम्पन्नता प्राप्त होती है।
  • आयताकार भूखंड- मकान बनवाने के लिए आयताकार समकोण भूखंड श्रेष्ठ माना जाता है। इसकी लंबाई-चौड़ाई अधिक नहीं होना चाहिए। इस प्रकार के भूखंड पर मकान बनवाकर उसमें रहने वाले सुखी-संपन्न बने रहते हैं।
  • वृत्ताकार भूखंड- वृत्ताकार भूखंड 360 अंश का होता है। ऐसा भूखंड दुर्लभ माना गया है और बहुत कम देखने में आता है। इस प्रकार के भूखंड पर मकान बनाकर उसमें रहने वाले का संपूर्ण परिवार सुखी रहता है।
  • त्रिकोण भूखंड- अशुभ त्रिकोण भूखंड अशुभ होता है। इस पर भवन बनवाकर रहने वाले धन इकट्ठा नहीं कर पाते।
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  • अगर आप भूखंड बना रहे है तो इस बात का विशेष ध्यान रखे की भूखंड पुलिस स्टेशन के आप पास नहीं होना चाहिए। क्योंकि पुलिस स्टेशन में हमेशा ही आपराधिक प्रवृति के लोग आते है जिस से इस स्थान पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह माना जाता है। जिस से घर में सदैव क्लेश की स्थिति बनी रहती है। अतः ऐसी जगह पर भूखंड लेने से बचना चाहिए।
  • ऐसी जगह पर भूखंड नहीं लेना चाहिए जहां पहले कोई कुआं रहा हो तथा जिसे मिट्टी से भर कर बंद कर दिया गया हो।
  • उस स्थान पर भूखंड नहीं लेना चाहिए जिस स्थान पर बड़े या भरी भरकम पेड़ हो जैसे बरगद का पेड़ आदि। बरगद आदि के पास मंदिर बनाना उचित रहता है घर आदि नहीं।
  • भूखंड के आग्नेय दिशा में कीसी तरह का कुआ या पानी की टंकी आदि होना गलत माना गया है। इस दिशा में पानी का स्रोत होने से घर में अशान्ति रहती है और घर के मुख्या को बहुत सी बातों को लेकर कष्ट सहना पड़ सकता है। घर में महिलाओं को शरीर कष्ट की शिकायत भी रहती है।
  • समतल प्लॉट सबसे उपयुक्त माना जाता है यदि प्लॉट ढाल वाला हो तो यह ढलान उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होनी चाहिए। दक्षिण या पश्चिम दिशा वाली ढाल में मकान नहीं बनाना चाहिए।
  • पूर्व मुखी प्लॉट शिक्षा, धर्म और अध्यात्म के कार्य के लिए अच्छा माना जाता है।
  • पश्चिम मुखी प्लॉट सर्विस करने वाले लोगों जैसे इंजीनियर, वकील और डॉक्टर आदि के लिए सही माना जाता है।
  • उत्तर मुखी प्लॉट सरकारी काम, सेना, पुलिस आदि में काम करने वाले लोगों के लिए सही माना जाता है।
  • दक्षिण मुखी प्लॉट व्यपारियों अथवा संस्थानों के कार्य हेतु सही रहता है।
इस तरह से इन बातों का ध्यान रख कर ही भूखंड खरीदना चाहिए और भवन अथवा संस्थान आदि का निर्माण करना चाहिए। जिस से घर में सुख-शांति का माहोल बना रहे।
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