बच्चे भगवान का रूप होते है और बच्चों में माँ-बाप की जान बसती है। माँ-बाप अपने बच्चे की ख़ुशी के लिए कुछ भी कर सकते है। हर माँ-बाप अपने बच्चों को अच्छा और बेस्ट ही देना चाहते है। उनकी हमेशा से ही यह इच्छा होती है की उनके बच्चे सफल हो और जिंदगी में प्रगति करें तथा आगे बढे।
लेकिन फिर भी कई बार उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चों का उज्जवल भविष्य बनाना चाहते है और उन्हें खुश देखना चाहते है तो कुछ चीजें ऐसी है जिन्हें बच्चों के कमरे में रख देना चाहिए। वास्तु के हिसाब से यह चीजें अभूत शुभ मानी जाती है। आईये जानते है कौनसी वे चीजें है जिन्हें बच्चों के कमरे में रखना चाहिए।
वास्तु के अनुसार बच्चों का कमरा कैसा हो ?
बेडरूम
बच्चों का बेडरूम हमेशा उतर-पूर्व दिशा में रखें, क्योंकि इस दिशा का संबध बुद्दी, बल और ताकत से है। इस दिशा में बेड रखने से बच्चों का मन पढ़ाई में लगा रहता है और उनमे सकारात्मक ऊर्जा आती है।
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स्टडी टेबल
बच्चों के कमरे में स्टडी टेबल ऐसी जगह रखें जहां बच्चों का मुहं उतर या पूर्व दिशा में हो, क्योंकि इस दिशा में बैठने से बच्चे अपने लक्ष्य को जल्दी प्राप्त करते है और उसी के अनुसार मेहनत करते है।
ग्लोब
अगर आप बच्चे को पढ़ाई में होशियार बनाना चाहते है तो ग्लोब को उतर-पूर्व दिशा में रखें, क्योंकि इस दिशा में ग्लोब रखने से शिक्षा और ज्ञान का संचार होता है। इस दिशा में ग्लोब रखने से आपका बच्चा पढ़ाई में अव्वल रहता है और अच्छे मार्क्स लाता है।
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फोटो फ्रेम
बच्चों के कमरे में फोटो फ्रेम हमेशा पश्चिम दिशा में ही लगायें, क्योंकि इस दिशा में तस्वीर लगना वास्तु के हिसाब से शुभ माना जाता है और बच्चा खुश रहता है।
रंगो का इस्तेमाल
बच्चे के रूम में ऐसे रंगो का इस्तेमाल करें जिससे वह खुश रहें और उसे अच्छा लगे। वास्तु के अनुसार हरा रंग बच्चे के कमरे के लिए सबसे सही माना जाता है। यह रंग ताजगी, शांति और प्रगति का प्रतीक है। यह रंग आपके बच्चे के दिमाग को तेज करेगा और उसे तरोताजा रखेगा।
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बच्चे का बिस्तर
बच्चे का बिस्तर सिर्फ सोने के लिए ही नहीं होता बल्कि कई बार वे इस पर अपना होमवर्क या प्रोजेक्ट भी पूरा करते है। बच्चे का बिस्तर इस प्रकार बिछा होना चाहिए की सोते समय उसका मुहं दक्षिण या पूर्व दिशा की और हो।
इन बातों का ख़ास ध्यान रखें
- कमरे के बाथरूम का दरवाजा बच्चे के बिस्तर के सामने नहीं होना चाहिए।
- बच्चे के कमरे में आइना बच्चे के बेड के सामने ना हो।
- बच्चों के कमरे में प्रयोग की जाने वाली लाइट ज्यादा तेज और ज्यादा कम ना हो।
- बच्चों के कमरे में कभी भी इलेक्ट्रॉनिक सामान का प्रयोग ना करें।
- बच्चे के कमरे में इस्तेमाल किया जाने वाला फर्नीचर कभी भी दीवार से सटे नहीं होने चाहिए। ऐसा होने से कमरे में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुकता है।