#Anger management Tips
आपने देखा होगा कुछ लोगों को इतना गुस्सा आता है की वे हर छोटी से छोटी बात पर अपना आपा खो देते है, गुस्सा तो जैसे उनके नाक पर ही रहता है। गुस्सा ना सिर्फ आपकी सेहत के लिए खतरनाक है बल्कि आपके रिश्तों और आपके दिमाग के लिए भी बहुत खतरनाक है। गुस्से वाले आदमी के पास कोई जाना पसंद नहीं करता, क्योंकि सबको पता होता है की यह गुस्से में हमें भी नुकसान पहुंचा सकता है।
गुस्सा आने पर व्यक्ति का अपने आप पर कण्ट्रोल नहीं रहता। उसे यह भी नहीं पता होता की वह क्या कर रहा है, क्या बोल रहा है, किस्से बोल रहा है। गुस्से में व्यक्ति किसी को भी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में गुस्से वाले व्यक्ति से सब लोग दूर जाने लगते है और वह खुद को अकेला महसूस करने लगता हजी।
आपने अक्सर अख़बारों में देखा होगा लोग 10 रूपये के लिए किसी का खून कर देता है। बात 10 रूपये की नहीं है बात गुस्से की है जिसमे आदमी अक्सर गलत फैसला ले लेता है। आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे की गुस्सा आने के क्या कारण है और वास्तु के अनुसार इसे कैसे काबू में लाया जा सकता है।
गुस्सा आने के कारण
- हमारा अधिक महत्वकांक्षी होना
- दिन भर होने वाली बुरी घटनाएँ
- मन मुताबिक काम नहीं हो पाना
- जो चाहते है वो नहीं मिलना
- नकारात्मक विचार
- कोई जब बात नहीं मानता
- जैसा सोचा वैसा नहीं हो पाना
- मानसिक तनाव
- गुस्से से होने वाले नुकसान
- गुस्से में व्यक्ति खुद को नुकसान पहुंचा सकता है
- कभी-कभी बहुत तेज गुस्सा आने पर व्यक्ति अपना मोबाइल और पास में रखी कोई भी चीज तोड़ने लग जाता है
- रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो जाती है
- लोग दूर जाने लगते है, जिससे व्यक्ति अकेला रहने लगता है परिवार के लोग दूर होने लगता है
- लोगों में इज्जत घटने लगती है
- गुस्से में दिल की धड़कने बढ़ने लगती है जिससे दिल पर दबाव पड़ता है और इससे दिल की बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है
- आर्थिक नुकसान होना
- शरीर को नुकसान पहुँचाना
- ज्यादा गुस्से में सिर दर्द होने लगता है
- जिसे ज्यादा गुस्सा आता है उसे ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती है
- ज्यादा क्रोध करने वाले व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है
- गुस्से वाले लोग नींद की कमी से ग्रसित रहते है
- गुस्से को नियंत्रित रखने के वास्तु टिप्स
- सुबह जल्दी नाहा-धोकर एक लोटे में पानी, रोली, मोली, चावल और दो लाल फुल ले ले। फिर इस पानी को सूर्य देव को अर्पित करे। अगर आप इस उपाय को नियमित रूप से करते है तो जल्द ही आप अपने गुस्से पर कण्ट्रोल कर पाएंगे।
- घर में लाल रंग की चीजों का इस्तेमाल कम से कम करें, क्योंकि लाल रंग गुस्से और खतरे की निशानी है।
- नशीली चीजे जैसे शराब, धुम्रपान, ड्रग्स आदि से दूर रहे। जितना हो सके चाय-कॉफ़ी से भी दूर बनाये। यह चीजें दिमाग को गर्म करती है जिससे गुस्सा अधिक आता है।
- घर साफ-सुथरा रखें क्योंकि घर में अगर गंदगी है तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आएगी जिसका असर आपके दिमाग पर पड़ेगा, जिससे आपको गुस्सा आएगा और इससे घर में कलेश बढेगा।
- जिस व्यक्ति को बहुत अधिक गुस्सा आता है उसे दक्षिणाव्रती शंख में पानी रखकर पीना चाहिए।
- पूर्णिमा के दिन चाँद को खीर का भोग लगाये, क्योंकि चाँद को शीतलता का प्रतीक माना जाता है, जिससे आपका दिमाग भी शीतल रहेगा।
- सोमवार के दिन भगवान शिव के मंदिर जाकर शिवलिंग पर दूध और काले तिल चढ़ाएं, इससे आप अपने गुस्से पर जल्द ही कण्ट्रोल कर पायेगे।
- घर के पूर्व दिशा में कोई भी भारी चीज ना रखें क्योंकि इससे गुस्से में वृद्दि होती है।
- जब भी आपको लगे की आपको गुस्सा आने वाला है उस समय “ॐ शांति हरी ॐ शांति” मंत्र का जाप करें। इससे आपका गुस्सा और मन दोनों शांत हो जायेंगे।
- रोजाना 20-30 मिनट योग करें, इससे गुस्से पर आपका अच्छा नियन्त्रण रहेगा। आप रोजाना 10-15 मिनट के लिए ध्यान लगायें
- कुंडली में ग्रहों के खराब होने पर भी गुस्सा अधिक आता है और यह आपकी राशि पर भी निर्भर करता है, इसलिए किसी अच्छे ज्योतिष से मिलकर इसका निवारण करवाएं।
- रोजाना गाय को रोटी दे।
- रोजाना मंदिर में जाकर अपने ललाट पर चंदन का टिका लगायें।
- सोमवार के दिन उपवास करें या सिर्फ एक समय ही भोजन करें, इससे गुस्से पर नियन्त्रण रहेगा।
- गुस्सा आने पर अपने चन्द्र ग्रह को मजबूत करें, क्योंकि यह शीतलता का प्रतीक होता है जिससे दिमाग शांत रहता है।
- चांदी के गिलास में पानी पीयें, इससे गुस्से पर कण्ट्रोल रहता है।
- गुस्सा ज्यादा आता है तो आप चांदी की अंगूठी या चांदी का कड़ा पहने।
- जिन व्यक्तियों का मंगल उग्र होता है उन्हें गुस्सा बहुत अधिक आता है और वे बिना परिणाम की परवाह किये गुस्सा करने लगते है, इसलिए मंगल को शांत करना बहुत जरुरी है और इसके लिए गले में लाल मुंग के गणेश जी का पेंडल धारण करें।
- जिन्हें ज्यादा गुस्सा आता है उन्हें रोजाना गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।
- अपने भोजन में नियमित रूप से दही को शामिल करें क्योंकि इससे चन्द्र से संबधित दोषों में कमी आती है और गुस्सा कण्ट्रोल में रहता है।