gp

गृह प्रवेश के लिए वास्तु टिप्स

जब आप नया घर लेते हो या किराए पर कोई घर लेते हो तो उसमें प्रवेश बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है। जब नया घर लेते है तो उसके साथ बहुत से नये सपने और नये जीवन की शुरुआत का शुभारंभ होता है। घर वह जगह होती है जहां आप अपना अधिकतम व्यक्त बिताते है अतः घर में सुख शांति का होना बहुत ही जरूरी होता है। बहुत से लोग गृह प्रवेश करते समय वास्तु का विशेष ध्यान नहीं देते जिस से गृह प्रवेश के समय से ही कुछ अशुभ होना शुरू हो जाता है। आज इस लेख में हम उन बातों को आप तक लेकर आए है जिसका गृह प्रवेश के दौरान विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि अगर नये घर का शुभारंभ ही वास्तु दोषों के साथ होता है तो उसमें सुख शांति की उम्मीद नहीं की जा सकती है।

गृह प्रवेश के लिए शुभ दिन

ये भी पढ़े   बगीचे के लिए वास्तु टिप्स - vastu shastra plants for house in hindi

पूजन सामग्री

कलश, नारियल, शुद्धजल, कुमकुम, चावल, अबीर, गुलाल, धूपबती, आम या अशोक के पते, गुड, हल्दी, दूध आदि।

इन बातों का रखे विशेष ध्यान

  • घर के मेन गेट को अच्छे से सजाएं, क्योंकि इसे सिंह द्वार कहा जाता है यानी वास्तु पुरुष का चेहरा। इसे आम की पत्तियों और ताजे फूलों से सजाएं।
  • प्रवेश मंगल कलश के साथ होना चाहिए जिस से घर में कीसी तरह की कोई अमंगल घटना नहीं हो। गृह प्रवेश सदैव दिन के समय ही होना चाहिए।
  • फर्श पर चावल के आटे और शानदार रंगों से रंगोली बनाएं। माना जाता है कि रंगोली बनाने से माता लक्ष्मी आती हैं।
  • हवन करने से घर के आस पास का वातावरण शांत और सुखमय होता है। अतः घर में हवन का आयोजन जरूर करें।
  • घर में बने भोजन का पहला भोग भगवान को लगाएं।
  • सबसे पहले घर के चूल्हे पर दूध को उबालना चाहिए।
  • रसोई में पहले दिन गुड और हरी सब्जियां रखना शुभ माना जाता है।
  • रसोई घर में भी पूजा करनी चाहिये। चूल्हे, पानी रखने के स्थान और स्टोर आदि में धूप, दीपक के साथ कुमकुम, हल्दी, चावल आदि से पूजन कर स्वास्तिक चिन्ह बनाना चाहिए।
  • पुरुष पहले दाहिना पैर तथा स्त्री बांया पैर बढ़ा कर नए घर में प्रवेश करें। क्योंकि वास्तु में पग फेरे को भी महत्वपूर्ण माना गया है।
  • ब्राह्मण को भोजन कराएं या फिर किसी गरीब भूखे आदमी को भोजन करा दें। इससे घर में सुख, शांति व समृद्धि आती है व हर प्रकार के दोष दूर हो जाते हैं।
Previous Post
वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार किस दिशा में होना चाहिए
मकान

वास्तु के हिसाब से घर के दरवाजे कैसे होने चाहिए – घर के दरवाजे का वास्तु

Next Post
फरवरी माह (माघ माह) के व्रत और त्योहार
तीज त्योहार वास्तु

फरवरी माह (माघ माह) के व्रत और त्योहार