पूर्वमुखी घर और सकरात्मक ऊर्जा
पूर्व दिशा मुखी घर बनाते वक्त इन बातो पर ध्यान दे
- मकान के पूर्वी खण्ड को जितना सम्भव हो सके खुला रखना चाहिए जिससे कि अधिकतम सूर्य का प्रकाश घर में प्रवेश कर सके।
- कोशिश करें कि घर के पूर्व दिशा के सामने कोई बड़ा पेड़ इत्यादि नहीं होना चाहिए क्योंकि यह सूर्य की रोशनी को बाधित करता है।
- पूर्वी मुखी घर के उत्तर अथवा उत्तर-पूर्वी हिस्से में कभी भी कूड़ेदान या शौचालय स्थापित नहीं करें क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा के मुख्य स्रोत हैं।
- वास्तुशास्त्र के अंतर्गत घर के प्रवेश द्वार को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। पूर्व मुखी घर में, मुख्य द्वार को पूर्व दीवार के मध्य से लेकर उत्तर पूर्वी हिस्से तक कही भी बनाया जा सकता है।
- पूर्वमुखी घर मे उत्तर पूर्व दिशा पूजा घर एवं बैठक कक्ष के लिए आदर्श मानी जाती है क्योंकि सुबह यही पर सबसे पहले सूर्य की किरणें पड़ती है। अगर इस स्थान में एक भूमि-गत पानी की टंकी है तो यह उस घर के लिए शुभ माना जाता है।
- एक पूर्व मुखी घर का निर्माण करते समय हमेशा यह ध्यान दे कि पूर्वी हिस्सा घर के अन्य स्थानों की तुलना में ऊँचा न हो।
- वास्तुशास्त्र के अंतर्गत किसी भी घर में जिसका ढलान दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर है, अत्यंत शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ अपवाद जनक परिस्थितियों के अंतर्गत दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व दिशा की ओर ढलान भी स्वीकार है।
- वास्तु के अंतर्गत पूर्वीमुखी घर मे दक्षिण पश्चिमी दिशा की तुलना में उत्तरी और पूर्वी दीवारों की ऊंचाई का कुछ कम होना अच्छा माना जाता है।
- पूर्वमुखी घर मे गेस्ट रूम के लिए सबसे अच्छा स्थान उत्तर पश्चिम दिशा माना जाता है।
- पूर्वमुखी घर मे मास्टर बेडरूम दक्षिण पश्चिम दिशा स्थापित किया जाना चाहिए।
- पूर्वीमुखी घर मे रसोई घर के सर्वश्रेष्ठ स्थान दक्षिण पूर्व दिशा है विकल्प के रूप में इसे उत्तर पश्चिम दिशा में भी स्थापित किया जा सकता है। सीढ़ियां भी इसी दिशा में स्थापित की जा सकती है।
पूर्व मुखी मकान में सीढ़ी किधर होना चाहिए?
पूर्व मुखी मकान में सीढ़ियां दक्षिण-पूर्व या उत्तर पूर्व में होनी चाहिए। सीढियाँ हमेशा ऑड नंबर में होनी चाहिए। सीढियाँ घर के केंद्र में नही होनी चाहिए। घुमावदार सीढ़ियां हैं तो क्लॉक वाइज डायरेक्शन में होनी चाहिए।
पूर्व दिशा में क्या होना चाहिए वास्तु अनुसार?
वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा में घर में क्या होना चाहिए दिशा में घर का मेन गेट होना शुभ होता है घर का मंदिर ईशान कोण में होना चाहिए
घर में शौचालय किधर होना चाहिए?
घर में शौचालय पश्चिम दिशा में होना चाहिए।