शमी वृक्ष वास्तु :एक चमत्कारी शमी का पौधा जो कर देगा मालामाल, पीढ़ियों तक वास करेंगी धन की देवी

शमी का पौधा कैसा होता है

पांच तत्वों से मिलकर हमारा शरीर बना है और यह पांच तत्व है धरती, वायु, अग्नि, आकाश और जल। इन्ही में से एक तत्व है धरती, जिस पर हम रहते है। इस पर उगने वाली हर वनस्पति का अपना अलग-अलग फायदा है।
धरती पर उगने वाले पेड़-पौधे जितने हमारी जिंदगी के लिए जरुरी है उतना ही ग्रह-नक्षत्रों के प्रभाव को कम करने के लिए भी जरुरी है। ऐसा ही एक पौधा है शमी का पौधा। इस पौधे का संबध शनिदेव से है और यह एक चमत्कारिक पौधा है। आज हम जानेंगे इस पौधे से जुड़े कुछ रहस्यों के बारे में ।

शमी का पौधा कैसे लगाएं, शमी का पौधा लगाने की विधि और फायदे

शमी का पौधा घर में लगाना चाहिए या नहीं, शमी का पौधा कहां लगाएं

ये भी पढ़े   कही आपने भी तो नहीं लगाया इस दिशा में **मनी प्लांट** ?

शमी का पौधा लगाते समय किन बातो का ध्यान दे

शमी के पवित्र पौधे को लगाते समय कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए जैसा कि आप जानते है कि धार्मिक रूप से यह काफी पवित्र पौधा है तो हम इसे लगाने के लिए कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए

धन की कमी कैसे दूर करे

अगर घर में धन की कमी है या धन टिकता नहीं है। जितना कमाते है उससे अधिक खर्च हो जाता है तो किसी शुभ दिन घर में शमी का पौधा लायें। शनिवार के दिन सुबह जल्दी स्नान करके गमले में शुद्ध मिटटी भरकर शमी का पौधा लगा दे। इसके बाद शमी पौधे की जड़ में एक सुपारी और एक रूपये का सिक्का दबा दे। पौधे पर गंगाजल अर्पित करें और इसकी पूजा करें। पौधे में रोज पानी डालें याद रहें यह मुरझाना नहीं चाहिए। शाम के समय पौधे के पास एक दीपक जलाएं। ऐसा करने से ही कुछ ही दिन में आप देखेंगे की आपे खर्चे कम होने लगे है और धन की वृद्दि होने लगी है।

रोग दूर करने के उपाय

अगर आपको किसी तरह का रोग है और वो दूर नहीं हो रहा है तो शनिवार शाम के समय शमी के पौधे के गमले में पत्थर या किसी धातु का छोटा सा शिवलिंग स्थापित करें। शिवलिंग पर दूध चढाएंऔर विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद महा-मृत्युजन्य मन्त्र का जाप करें। ऐसा करने से घर के किसी भी व्यक्ति को लगा रोग दूर हो जायेगा

ये भी पढ़े   कैसे पहचाने असली क्रसुला

विवाह में बाधा के उपाय

कई लड़कियों और लड़के के विवाह में बाधा आती है और इसका सबसे बड़ा कारण है जन्मकुंडली में शनि दोष होना। ऐसे में किसी भी एक शनिवार से शुरुआत करके 45 दिनों तक शाम के शमी के पौधे में घी का दीपक जलाएं और सिंदूर से पूजन करें। इस दौरान शनिदेव से प्राथना करें की जल्द ही उनका विवाह हो। इससे शनि दोष भी समाप्त होगा और विवाह में आ रही बाधाएं भी दूर होगी।

शनि की साढ़े साती से बचने के उपाय

जिन लोगों को शनि की साढ़े शाति है या शनि का दोष है उन्हें नियमित रूप से शमी के पौधे की देखभाल करनी चाहिए। उसमे रोज पानी डालें, उसके पास दीपक जलाएं। शनिवार को पौधे में उड़द की दाल और काले तिल को अर्पित करें। इससे शनि का दुष्प्रभाव और साढ़े शाति कम होगी। शमी के पौधे का रोजाना दर्शन करने से दुर्घटनाएं कम होती है और शरीर स्वस्थ रहता है।

वास्तु दोष कैसे दूर करें

घर में शमी का पौधा लगाने से वास्तु दोष दूर होते है और घर में नकारात्मक ऊर्जा कम होती है। इससे घर के सदस्यों में आपसी तालमेल और प्रेम रहता है।

 

शमी का पौधा लगाते समय हमें साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जिस गमले में हम शमी का पौधा लगाएं वह गमला साफ सुथरा हो। टूटा फूटा ना हो। मिट्टी भी साफ हो। नाली कीचड़ के पास हमें शमी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। शमी के पेड़ पर रोजाना दिया बाती करें।

शमी के पौधे पर शनिदेव का वास होता है। अगर हमसे कोई भी गलती होती है। तो वह हमसे नाराज हो जाएंगे। इसीलिए शमी के पौधे को घर में लगाने के लिए कुछ ज्योतिषी मना करते हैं। वे कहते हैं कि जिस वस्तु, पौधे में शनिदेव का वास हो उस वस्तु से दूर ही रहना चाहिए। उसे घर के अंदर नहीं लाना चाहिए। चाहे वह शनिदेव को शनिवार के दिन चढ़ने वाला सरसों का तेल या फिर शमी का पौधा ही क्यों ना हो।

शमी का पौधा शनिवार के दिन लगाना चाहिए। दशहरे के दिन, नवरात्रों में शमी का पौधा लगाना शुभ होता है। कुछ वास्तुशास्त्र के अनुसार अमावस्या विशेष रूप से शनिश्चरी अमावस्या के दिन शमी का पौधा लगाना शुभ है।

शमी का पौधा शनिवार के दिन लगाना चाहिए। दशहरे के दिन, नवरात्रों में शमी का पौधा लगाना शुभ होता है। शमी का पौधा सूरज डूबने के बाद न लगाएं। या तो सुबह लगाएं या फिर दिल ढलने से पहले लगा ले। शमी का पौधा घर के अंदर ना लगाएं। घर के बाहर लगाएं। हो सके तो इसे घर के बाहर गार्डन में या बालकनी में लगाएं। घर की छत पर, घर के मुख्य द्वार पर भी शमी का पौधा लगा सकते हैं। ध्यान रखें कि जब हम घर के भीतर आए शमी का पौधा हमारे बाये तरफ हो। बाहर जाते समय दाएं तरफ हो। शमी के पौधे को दक्षिण दिशा में, पूर्व में या फिर ईशान कोण में रखना चाहिए।

Tags: , , ,
Previous Post
moneyplant
पौधे

कही आपने भी तो नहीं लगाया इस दिशा में **मनी प्लांट** ?

Next Post
Vishnu Sahasranamam Stotram With Hindi Lyrics
स्तोत्र

विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोतम के लिरिक्स (हिंदी में ) Vishnu Sahasranamam Stotram With Hindi Lyrics