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वास्तु के अनुसार उत्तर पूर्व मुखी मकान का नक्शा कैसा होना चाहिए ? उत्तर पूर्व मुखी घर का वास्तु

दिशा का हमारी ज़िन्दगी में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है चाहे वो सडक की  दिशा हो या कैरियर की दिशा हो या घर की दिशा हो। सही दिशा से हमे सुख, सफलता और अच्छा स्वास्थ्य मिलता है। जब भी हम भविष्य की चिंता करते है तो हमारे लिए जरुरी हो जाता है सही दिशा चुनना ताकि हमारा भविष्य उज्जवल हो और खूबसूरत भविष्य की सम्भावना बढ़ जाए। इसी तरह सड़क पर हम अगर सही दिशा पर नही गए तो हम हमारी मंजिल से भटक जाएंगे। इसी तरह वास्तु के अनुसार घर होना भी अत्यंत आवश्यक है।

वास्तु के अनुसार उत्तर मुखी मकान का नक्शा

वास्तु के अनुसार अगर घर की दिशा सही हो तो हमारे सफल होने की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती है। उत्तर पूर्व दिशा इन्सान की जीवन में भाग्य रचनात्मकता और समृद्धि लाती है। ये दिशा चाँद की मानी जाती है और इसका घर पर कुछ असर पड़ता है जिस पर ध्यान देना जरुरी है। वास्तु के अनुसार अगर उत्तर पूर्व दिशा का घर वास्तु के अनुसार नही होता तो ये दोष घर में तनाव पैदा कर सकता है।

उत्तर पूर्व वास्तु टिप्स

नार्थ ईस्ट अर्थात उत्तर पूर्व दिशा का वास्तु दोष होने से क्या हो सकता है आइये जानते है। नार्थ ईस्ट वास्तु दोष होने से घरवालो पर क़ानूनी मामलो की समस्या आ सकती है। इस दिशा की वजह से उस घर में रहने वाले लोगो में आत्मविश्वास ज्यादा हो जाता है और वो जोश में अपना नुक्सान कर बैठते हैं। उत्तर पूर्व वास्तु दोष वाले लोगो में स्वास्थ्य को लेकर परेशानी बनी रहती है खासकर फेफड़ो से सम्बंधित परेशानियाँ हो जाती है।

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उत्तर पूर्व वास्तु टिप्स

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ये सब वास्तु दोष पढके डरिए मत। इस दोष का उपाय है। आप सभी जानते है हर परेशानी का हल जरुर होता है, इसका भी है। चलिए जानते है क्या है वो-

  • वास्तु के अनुसार घर के मुख दरवाजे के दोनों तरफ और बीच में पिरामिड लगा दे।
  • हिन्दू धर्म के अनुसार स्वस्तिक चिन्ह, ॐ चिन्ह और त्रिशूल में इतनी शक्तियां और तेज है कि उनके प्रभाव से बुरी शक्तियां दूर रहती है। इसलिए इनमें से घर में कम से एक चीज तो होनी चाहिए। अगर आपका घर उत्तर पूर्व दिशा में है, पर उसमें वास्तु दोष है तो घर के दरवाजे पर स्वस्तिक चिन्ह, ॐ चिन्ह और त्रिशूल होने चाहिए। इससे आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहेगी।
  • साधू सन्यासियों के अनुसार व्रत रखना सिर्फ पेट या सेहत के लिए ही नही बल्कि वास्तु के अनुसार भी अच्छा होता है। हफ्ते में एक बार व्रत रखने से मन और शरीर हल्का रहता है और हम भी खुश रहते है। तो ऐसा हम क्यों न करे। हफ्ते में एक बार तो व्रत रखना ही चाहिए,  खासकर तब जब आपका घर उत्तर पूर्व में हो और उसमें वास्तु दोष हो।
    उत्तर पूर्व दिशा में बेडरूम तब सही होता है जब वो किसी नए जोड़े के लिए होता है लेकिन अगर बेडरूम बुजुर्ग
    के लिए हो तो बेडरूम दक्षिण पश्चिम दिशा में होना चाहिये।
  • जब भी उत्तर पूर्व दिशा वाला नया घर खरीद रही हो तो इस बात का ख़ास ध्यान रखे कि उस घर तक आने वाली रोड पश्चिम की तरफ हो। इससे घर में आर्थिक स्थिरता आती है।
  • जब आप घर खरीद रही हो तो देखे कि क्या दक्षिण और पश्चिम दिशा में जगह खाली तो नही, अगर है तो वो घर मत ले। अगर उत्तर पूर्व दिशा में जगह खाली हो तो बिना देर किए वो घर खरीद ले। वास्तु के अनुसार अगर उत्तर पूर्व दिशा में कोई जगह खाली होती है तो वो उस घर में रहने वालो के लिए शुभ होता है। ऐसे के लोग मान सम्मान में बढोतरी होती है, बच्चे अच्छी पढाई करते है और जीवन में सफलता पाते है।
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उम्मीद है आपको पता चल गया होगा कि उत्तर पूर्व दिशा वाला घर अगर वास्तु के हिसाब से हो तो वो फायदेमंद
होता है।

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