पश्चिम मुखी मकान शुभ या अशुभ? West Facing House Vastu In Hindi
वास्तु के अनुसार दिशा के मामले में सबसे पहले उत्तर और दूसरे नंबर पर है पूर्व और तीसरे नंबर है पश्चिम। पश्चिम मुखी घर इसलिए तीसरे नंबर पर है क्योकि लोगो को की ये गलत धारणा है की पश्चिम दिशा वाले घर वास्तु के हिसाब से अशुभ होते है।
बाकी दिशाओ जैसे पश्चिम दिशा वाले घर के निर्माण में भी वास्तु का ध्यान रखा जाना चाहिए जैसे वास्तु के अनुसार मुख्य द्वार, बाथरूम, किचन, खिड़कियाँ आदि तो इस दिशा वाले घरो में भी सुख शांति और खुशहाली बनी रहती है। ऐसे कई घर है जो पश्चिम दिशा में है पर फिर भी खुशहाल हैं।
पश्चिम मुखी मकान का नक्शा वास्तु
पश्चिम मुखी घर का वास्तु
पश्चिम मुखी घर का वास्तु दोष कैसे दूर करें West Face House Vastu In Hindi
- टी जंक्शन वाली जगह अगर घर के किसी भी दिशा में हो वो वास्तु के हिसाब से सही नही होता। टी फंक्शन वास्तु की दिशा में सबसे बड़ा वास्तु दोष होता है।
- ऐसा प्लाट जहाँ पर रोड दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ ख़त्म हो रही हो, नही खरीदनी चाहिए। ऐसा होना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नही होता।
- पश्चिम की तरफ ढलाव नही होना चाहिए क्योकि ऐसे घर में रहने वाले लोगो के बीच झगडे होते है। ऐसे घरो में चोरियों का डर भी रहता है।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र की ओर ढलान बनवाए ताकि आपके घर में विपरीत दिशा की ऊर्जा आ सके।
- आपके घर की ऊर्जा को सही करने के लिए उत्तर पूर्व क्षेत्र की ओर बोरवेल या अंडरग्राउंड या टैंक बनवाए।
- विभिन्न धातुओं के पिरामिडों के नीचे वास्तु रत्न स्थापित करके भूखंड को सक्रिय करें। इसे दिशाओं के अनुसार रखा जाना चाहिए।
पश्चिम मुखी घर का वास्तु दोष
- पश्चिम मुखी घर के दरवाजे के आगे कोई पेड़ या खम्बा न हो।
- पश्चिम मुखी घर में लीड पिरामिड और उत्तर पश्चिम दिशा में ब्रास पिरामिड लगाए।
- जब भी घर बनवाए वास्तु के हिसाब से बनवाए। शौचालय, बाथरूम, किचन, सीढियाँ, ड्राइंग रूम, पूजा कमरा सब वास्तु के हिसाब से होना चाहिए।
- उत्तर और पूर्व दिशा में खिड़कियाँ बनवाए ताकि घर में ऊर्जा आती रहे।
- घर के बीच में कोई खम्बा या सीढियाँ नही होनी चाहिए।
- पश्चिम मुखी घर के प्रवेश द्वार के नीचे वाली जगह पर ब्रास डोर पिरामिड लगाये।
- घर में शांतिपूर्ण ऊर्जा लाने के लिए घर की उत्तर पूर्व दिशा में पानी भरा सीधे हाथ वाला शंख रखे।
- घर को माउंटेन नमक से साफ़ करके अपने घर को शुद्ध करे ताकि घर में अच्छी ताकतवर ऊर्जा आ सके।
- अगर पश्चिम दिशा में ढलाव है तो पश्चिम दिशा वाली खिड़की पर वास्तु वाले विंड चिम लगाए।
- घर की छत पश्चिम की तरफ हो तो छत की उल्टी दिशा में वास्तु का तांबे का तीर लगा दे।
- घर के दक्षिण पश्चिम दिशा में बोरेवेल या वाटर पंप नही होना चाहिए।
- ऐसा प्लाट या घर न ख़रीदे जो दक्षिण या दक्षिण पश्चिम दिशा में ज्यादा बड़ा हुआ हो।
- कभी भी दक्षिण पश्चिम दिशा में किचन न हो इस बात का ध्यान रखे।
पश्चिम मुखी घर का वास्तु दोष दूर करने के कुछ उपाय
ऊपर बताई गयी सभी बातो पर ध्यान दे और वास्तु के अनुसार घर बनाए ताकि किसी भी तरह का वास्तु दोष आपके घर की सुख शांति और खुशाहाली पर बुरा असर न डाल सके।
पश्चिम मुखी मकान में किचन किधर होना चाहिए?
पश्चिम मुखी मकान में किचन दक्षिण पूर्वी(आग्नेय)कोण में या फिर उत्तर पश्चिम या पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
पश्चिम दिशा के मकान कैसे होते हैं?
पश्चिम दिशा की मकानों में खर्चे बहुत होते हैं। पश्चिम दिशा के मकान में रहने वाले लोग बीमार रहते हैं। क्योंकि सूर्य की सुबह सुबह पढ़ने वाली रोशनी उन तक नहीं पहुंच पाती। ऐसे में हम वास्तु के कुछ नियमों का पालन करके पश्चिम दिशा के मकान को भी सकारात्मक बना सकते हैं। पश्चिम दिशा के मकान आपको अपने काम में संतुष्टि और समृद्धि दिलाते हैं। खर्चा होता है लेकिन धन का आगमन भी होता रहता है।
पश्चिम मुखी मकान का वास्तु दोष कैसे दूर करें?
दक्षिण पश्चिम दिशा की तरफ एक अशोक का पेड़ लगाना चाहिए। काले घोड़े की नाल घर के बाहर लगानी चाहिए। दक्षिण पश्चिम की बाउंड्री थोड़ी ऊंची कर देनी चाहिए। दक्षिण पश्चिम दिशा में सुबह शाम दीपक जलाना चाहिए।